प्लास्टिक का एक छोटा सा टुकड़ा, जिसे हम क्रेडिट कार्ड कहते हैं। यह किसी जादुई चिराग से कम नहीं है, जो बिना जेब में पैसे हुए भी हमारी हर ख्वाहिश पूरी कर देता है। लेकिन अगर इस चिराग को सही से इस्तेमाल न किया जाए, तो यही जिन्न आपको कर्ज़ के ऐसे जाल में फंसा सकता है जिससे निकलना मुश्किल हो जाए।
तो सवाल यह है कि इस पावरफुल टूल का स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल कैसे करें? चलिए, आज उन 5 बड़ी गलतियों की बात करते हैं जो लोग अक्सर क्रेडिट कार्ड के साथ करते हैं, और हम देखेंगे कि आप उनसे कैसे बच सकते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। क्रेडिट कार्ड के नियम और शर्तें बैंक के अनुसार बदल सकती हैं। कोई भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले कृपया बैंक से जानकारी की पुष्टि करें।
5 बड़ी गलतियाँ जो आपका सिबिल स्कोर खराब कर सकती हैं
1. ‘न्यूनतम भुगतान’ का चक्रव्यूह
यह क्रेडिट कार्ड कंपनियों का सबसे बड़ा जाल है। जब बिल आता है, तो उसमें एक ऑप्शन होता है “Minimum Amount Due”। कई लोगों को लगता है कि बस इतना भर देने से काम चल जाएगा। लेकिन यह एक कड़वा सच है कि अगर आप सिर्फ न्यूनतम राशि भरते हैं, तो बची हुई रकम पर बैंक 35-45% सालाना तक का भारी-भरकम ब्याज लगाता है। आपकी ₹5,000 की शॉपिंग कब ₹10,000 की बन जाएगी, आपको पता भी नहीं चलेगा।
2. लिमिट को ‘टारगेट’ समझने की भूल
बैंक ने आपको ₹1 लाख की लिमिट दी है, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको पूरे ₹1 लाख खर्च करने हैं। अपनी क्रेडिट लिमिट का 30-40% से ज़्यादा इस्तेमाल करना आपके क्रेडिट स्कोर के लिए अच्छा नहीं माना जाता। यह दिखाता है कि आप कर्ज़ पर बहुत ज़्यादा निर्भर हैं। लिमिट एक सेफ्टी नेट है, फिनिश लाइन नहीं!
3. रिवॉर्ड पॉइंट्स के लालच में फंसना
“इस कार्ड पर 5% कैशबैक है!”, “यहाँ शॉपिंग करने पर 10X रिवॉर्ड पॉइंट्स मिलेंगे!” – यह सब सुनने में बहुत अच्छा लगता है। लेकिन इन रिवॉर्ड पॉइंट्स के चक्कर में लोग अक्सर वह सामान भी खरीद लेते हैं जिसकी उन्हें ज़रूरत नहीं होती। सोचिए, ₹100 का कैशबैक पाने के लिए ₹2000 की गैर-ज़रूरी शॉपिंग करना कहाँ की समझदारी है?
4. ATM से कैश निकालने की गलती
इसे हमेशा याद रखें: क्रेडिट कार्ड से कैश निकालना मतलब अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना। जिस दिन आप कैश निकालते हैं, उसी दिन से उस रकम पर भारी ब्याज लगना शुरू हो जाता है। इसमें कोई इंटरेस्ट-फ्री पीरियड नहीं मिलता। यह सबसे महंगे लोन्स में से एक है। अगर आपको कैश की ज़रूरत है, तो डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करें।
5. स्टेटमेंट को रद्दी समझना
हर महीने आने वाले क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ना एक बहुत अच्छी आदत है। इससे आपको पता चलता है कि कहीं कोई गलत चार्ज तो नहीं लगा है, आपके रिवॉर्ड पॉइंट्स कितने हुए, और आपकी खर्च करने की आदतें कैसी हैं। इसे नज़रअंदाज़ करना आपको भविष्य में महंगा पड़ सकता है।
क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने का स्मार्ट तरीका
क्या करें (Do’s) ✅ |
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हमेशा बिल की पूरी बकाया राशि (Total Due) समय पर चुकाएँ। |
अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज़्यादा इस्तेमाल करने से बचें। |
सिर्फ ज़रूरत की चीज़ों पर खर्च करें, रिवॉर्ड्स को बोनस समझें। |
हर महीने अपने स्टेटमेंट को ध्यान से चेक करें। |
क्या न करें (Don’ts) ❌ |
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कभी भी सिर्फ न्यूनतम देय राशि (Minimum Due) का भुगतान न करें। |
ATM से कैश निकालने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल न करें। |
रिवॉर्ड्स के लिए गैर-ज़रूरी खर्चे न करें। |
अपने कार्ड की डिटेल्स और OTP किसी के साथ शेयर न करें। |